बिहार के 4 जिलों में खुलेगी फैक्ट्री, सरकार ने दी मंजूरी

 

बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा है कि मुजफ्फरपुर अब बिहार में निवेशकों की पहली पसंद बन गया है। उन्होंने सोमवार को पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा के आवासीय कार्यालय पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि बड़ी संख्या में निवेशक बिहार आ रहे हैं। निवेशक पटना, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय एवं समस्तीपुर समेत कई जिलों में औद्योगिक इकाई स्थापित करने का प्रस्ताव रख रहे हैं। सबसे अधिक प्रस्ताव मुजफ्फरपुर के लिए आ रहे हैं। वैसे तो बिहार के हर जिले पर उनकी समान दृष्टि है लेकिन निवेश प्रस्तावों के मामले में इस वक्त मुजफ्फरपुर सबसे आगे है। उद्योग मंत्री ने कहा कि कई जगहों पर बियाडा की जमीन की कीमत को लेकर काफी विसंगतियां हैं। जमीन की युक्ति संगत कीमत तय करने पर उनका विभाग काम कर रहा है जिसके बाद बाकी इलाकों में भी निवेश प्रस्ताव तेजी से आएंगे।

लेदर फिनिशिंग इकाई की बात चल रही

मंत्री ने कहा कि बेला औद्योगिक क्षेत्र में बियाडा की 80 एकड़ जमीन खाली है। सरकार जल्द ही टेक्सटाइल और लेदर पॉलिसी भी लाएगी। बिहार-झारखंड सीमा पर वो शीशा और सेरेमिक टाइल्स के उद्योग के लिए प्रयास कर रहे हैं। मुजफ्फरपुर में लेदर इंडस्ट्री का शेड खाली पड़ा है। यहां लेदर फिनिशिंग इकाई स्थापित करने के लिए आगरा-कानपुर की कंपनियों से बात चल रही है।


उद्योग मंत्री ने मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के लिए आवेदन करने में सावधानी की हिदायत देते हुए कहा कि पूरे देश में पहली बार ऐसी कोई योजना लागू हुई है जिसमें 10 लाख तक की रकम उद्योगों या स्वरोजगार के प्रोत्साहन के लिए युवाओं को दिया जा रहा है। अति पिछड़ों को औद्योगिक प्रोत्साहन देने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा 2018 में शुरू की गई योजना में अब सवर्ण  और पिछड़ी जाति के युवाओं, महिलाओं को भी शामिल की गई मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना और मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना शुरू हो गई हैं। युवा उद्यमी योजना में आवेदन के लिए तीन महीने का वक्त है। चयन प्रक्रिया पारदर्शी होगी। अब कोई नहीं पूछेगा कि  बिहार में का बा और मुजफ्फरपुर में का बा? ऐसा पूछने वाले को उद्योग विभाग से उपलब्धियों की सूची भेजी जाएगी। मुजफ्फरपुर में उद्योग के लिए जितनी राशी मांगी जायेगी, उससे ज्यादा मिलेगी। मंत्री ने उद्यमियों से बिहार आने का आह्वान करते हुए कहा कि बिहार में निवेश करें और अपने उत्पादों को कम समय और कम खर्च में विदेशों तक पहुंचाएं। सिलीगुड़ी कॉरिडोर से नेपाल, बंग्लादेश, वर्मा, भूटान और थाइलैंड जैसे देशों तक आसानी से पहुंचाया जा सकता है।


योग और उद्योग दोनों जरूरी

उद्योग मंत्री ने का कि आज बिहार और देश में योग और उद्योग दोनों जरूरी है। कोरोना का पहला व दूसरा वेब आ चुका है। एम्स के  डॉ. रणदीप गुलेरिया ने तीसरे वेब की भी चेतावनी दी है। कोरोना के प्रोटोकोल का हमें पूरी तरह पालन करना होगा। अगर ढिलाई की तो दवाई भी काम नहीं करेगी। हमारे योग से पूरी दुनिया स्वस्थ हो रही है। आज योग भारत की पहचान है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरी दुनिया में योग को स्थापित किया और भारत में बाबा रामदेव ने इसे फैलाया है।